"मुश्किल "
जी हाँ, बहुत मुश्किल से
मिलता है कोई ऐसा -
जिसे देखते ही
प्यार हो जाता है,
आंखों को उसके
रूप -रंग और
हाव-भाव में
बस
प्यार ही प्यार
नज़र आता है,
दिल कहता है -
कह दे कि तू ही है
जिसे मैं जन्म - जन्म से
ढूँढ रहा हूँ .
मगर ज़बान है कि
हिलती ही नहीं,
होंठ हैं कि
खुलते ही नहीं,
तब महसूस
होता है कि -
जितना मुश्किल है
प्रेम का पाना
उससे भी ज्यादा
मुश्किल है
प्रेम का इजहार ....
प्रदीप कुमार
जी हाँ, बहुत मुश्किल से
मिलता है कोई ऐसा -
जिसे देखते ही
प्यार हो जाता है,
आंखों को उसके
रूप -रंग और
हाव-भाव में
बस
प्यार ही प्यार
नज़र आता है,
दिल कहता है -
कह दे कि तू ही है
जिसे मैं जन्म - जन्म से
ढूँढ रहा हूँ .
मगर ज़बान है कि
हिलती ही नहीं,
होंठ हैं कि
खुलते ही नहीं,
तब महसूस
होता है कि -
जितना मुश्किल है
प्रेम का पाना
उससे भी ज्यादा
मुश्किल है
प्रेम का इजहार ....
प्रदीप कुमार
No comments:
Post a Comment