मेरी सुबह तुमसे मेरी शाम  तुमसे ,
अब है ज़िन्दगी का हर काम तुमसे ।
तुझे देखता हूँ तो लगता  है   ऐसे ,
कि बरसों से अपनी है पहचान तुमसे ।
धड़कता है दिल तो तेरा नाम आये ,
लो अब जुड गया है मेरा नाम तुमसे ।
हर एक शै में तेरा नज़र अक्श आये ,
अब आगाज़ तुमसे और अंजाम तुमसे ।
अब ये  दिल  भी तेरा, है प्रदीप  तेरा ,
सिवाए मोहब्बत के न कुछ काम तुमसे .
![[lock2.bmp]](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhXgUWgEg5i7Hjk49lYgKlp2Wns2wHjtEylFNmlRZ2PA9hhdWx9zV9uap5jRaXgwEUeZr9KSsdj_Nf9NnD7yEekcZuD5uy4_-BwhPrpiqTld3U1wsy4Q-c_DrDYwIk6yN7SGfBvz97qprY/s1600/lock2.bmp) 
 
 
2 comments:
nice one......padh kar achchhaa lagaa...
-Madhuri
आगाज़ तो होता है अंजाम नही होता
बिन तेरे आब कोई भी काम नही होता
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