lock2.bmp (image) [lock2.bmp]

Monday, October 29, 2012


उम्मीद

भ्रष्टाचार  के आरोप के बाद
सलमान आलाकमान को सफाई देने गए -
मैंने कुछ नहीं किया ,
ये सब आरोप झूठे हैं .
अच्छा ! आलाकमान चौंकी .
जी - सलमान बोले -
चाहे बेनी से पूछ लो ,
मैं इतने से रुपयों के लिए
अपना इमान नहीं बिगाड़ सकता .
जहां खरबों के खेल होते हों .
लाखों में पाखानों की मरम्मत होती हो .
वहाँ मैं सिर्फ़ 71 लाख में मुंह काला करूंगा
तो 2 जी और कोयले से कमाई  इज्ज़त
 ख़ाक में मिल जाएगी .
यह सुनकर आलाकमान को यकीन हो गया
कि सलमान बेगुनाह है .
 क्योंकि जिस देश के नेताओ  ने चारे और चारकोल
को पचाकर 2 जी और कोयले की तरफ क़दम बढ़ा दिए हों
उन्हें अब बैशाखी की क्या ज़रुरत ?
बस फिर क्या था आलाकमान ने विश्वास
के साथ फ़ैसला सुना दिया -
बेशक तुम बेगुनाह हो लेकिन
इन आरोंपों से सबकी बहुत बेइज्जती हुई है
अब उसकी भरपाई तुम्हें ही करनी होगी ,
जाओ तुम्हें विदेश में भारत की शान
बढ़ाने की ज़िम्मेदारी दी जाती है .
उम्मीद है कोई ओछा काम नहीं करोगे
और हमारी घोटालों की नीति की
धाक दुनिया भर में जमाओगे !

No comments: